अपनी जिंदगी में खूब आसानी और तब्दीली के लिए एक बार फरमाने आलीशाने मौला अली करमल्लाहू वजहहुलकरीम पर जरूर नजर डाले और इसे पढ़कर अपने इल्म में इज़ाफा करे।
नेकी का बिज़
जो शख्स नेकी का बिज़ डालता हैं वो अच्छा फल पाता है।जो
शख्स बदी का बिज़ डालता है वो बुरा फल पता है।
आलिम का जमाल
आलिम का जमाल अपने इल्म के मुताबिक अमल करना है ।
इस्तिक़ामत
फ़राइज़ को बखूबी सर अंजाम देने का नाम इस्तिक़ामत है।
हज़रत अली ने इल्म और अमल के मुताअलिक फरमाया
इल्म और अमल दोनो साथ साथ है,
लेकिन जैसे इल्म हासिल हो वह अमल भी करे,
इल्म हिक्मत का फल और आमाल की असली शांखे है।
असल दोस्त
तेर असल दोस्त वह है जो तुझे बुरे कामो से हताए
और असल दुश्मन वह है जो तुझे बुरे अमल पर उभारे।
अकल्मंद
अकल्मंद वह है जिसका आज कल से अच्छा है।
अकल्मंद वह है जो गुनाहों से परहेज़ करे और खुद को ऐंबो से साफ सुथरा रखे।
बेहतरीन अकलमंदी ये है के इंसान दूसरों के हालात देखकर इबरत हासिल करे।
अचछा तज़ुर्बा
तेरा सब्से अच्छा इल्म वह है जिसे तुझे नसिहत हो।
और अच्छा इल्म वो है जिससे तेरी दोस्ती और इस्लाह हो।
तीन चीज़ें
इल्म एक अच्छा रेहनुमा
तक़ब्बुर एन हिमाकत
फूज़ूल खर्ची मोहताजी कि दलालत है।